सोमवार, 29 अगस्त 2016

उसका क्या होगा जो तेरे मेरे दरमियाँ बाक़ी है ?

उसका क्या होगा जो तेरे मेरे दरमियाँ बाक़ी है ?

रंग सुर्ख गुलाब नही है बस तितलियां बाकि है !

टूट कर शीशे सा जो बिखर के हो गया चकनाचूर

शराब बाकि नही है पर दिल में कुछ नशा बाकि है।

तुम्हारी रोज की वो बेहया मुस्कान , वाह क्या कहने

तुम्हारे चेहरे में वो हया तो नहीं बस झुर्रियां बाकि है।

मैं सौ जनम तक राह तक सकता था बस तेरे लिए ।

अब उस रास्ते में फूल ख़त्म बस डालियाँ बाकि है ।

तमाम उम्र की तोहमत लगी मुझको तुम्हारे इश्क़ में 

हमारे जिंदगी में अश्क़ , शबनमी सिसकियाँ बाकि है।

जो तुमने रात को चाँद के पहलु में कहा था मुझको 

वो चाँद ही है  जो आज भी हमारे दरमियाँ बाकि है ।

अब तुम हमारे जिंदगी में चाँद जैसे ही हो बस

हमारे दरमियाँ रौशनी नही बस  फासला बाकि है ।

वो क्या समझेंगे मुझे  जिन्हें नही दर्दे दिल का पता 

हमारे कमरे में बस अब खुली खिड़कियाँ बाकि है

जो मजदुर सा बैठा हुआ था इश्क़ की शोहबत में 

उस खेत में अब बस राख और मिट्टियां बाकि है ।

मैं रोता नहीं हूँ मतलब ये नही की रो नही सकता ।

हमारे आँख में अब बस सुखी सिसकियाँ बाकि है।

©Adarsh

मंगलवार, 16 अगस्त 2016

कैनवास

उस ख़ूबसूरत सी कैनवास पे

टंगे उस अद्वितीय तस्वीर पे

उस पागल पेंटर ने कूचे से

रंगों की अजीब सी छींटाकशी की थी

सुनहरी दो लटाओं के बीच

बिखरती उस उजली लकीर से

नीचे की ओर बहती वो

दो लाल बुँदे तहजीब की तह तक

किनारो की जलती सी रौशनी से 

फूटती  बेमेल रंगों की किरणें

किरणों से मिलती उस उदास 

चेहरे की नीरस काली भावना

फिर मिलती उस उभरते ठिकानों 

की बेतरतीब ढलानों में जाकर

कुछ रंगो की बेहूदा इधर उधर 

बेतरतीब सी फैली हुई परछाई

फिर अंधेरे में खत्म होती

आँखों की वो दो पुतलियां

पागल चित्रकार ने जिंदगी की

कैसी रंगीन तस्वीर बनाई है।

©【Adarsh】17/08/2016 : 02:32

सोमवार, 1 अगस्त 2016

हौसला

सड़क पे दिखे जब भूखे नंगे फाके
मिला कुछ हौसला तब जाके
किसी मुश्किल में है नही 
पराशर जिंदगी आपकी 
हजारो लोग जिन्दा है 
कई रोज पे एक शाम खाके
धहकती गर्मियों में 
सर पे गठटर बोझ का लादे
वो जीता है बस कुछ रुपये पाके
है नही मशरूफ जिनको 
सर पे ठाट और छप्पर 
वो भी जिन्दा है 
बड़ी मस्ती में है गाते
चलो अपनी मुश्किलो का 
आज हिसाब कर दो ना
कहाँ मिलता है सुक़ून वर्ना
जिंदगी की ताप में आके।
समझ लो है नही कुछ भी ख़ुशी
सिवाय दर्द के काफी
किसे मिलता है तसव्वुर यहाँ
जमीं पे आके
पराशर जिंदगी का फ़लसफ़ा हो 
कुछ इस तरह हासिल
जिए जो दर्द में भी तो नहीं हो दर्द
मरे फिर आसमान से प्यार हो जाए वहां जाके



शहर की रौशनी

अजी, शहर की रौशनी में दिया ढूँढ़ते हो ।

तुम पागल हो जी ,जो यहाँ वफ़ा ढूँढ़ते हो ।

निगाहो को जरा मशरूफ करके देखो तो सही

बंजर जमीं में साहब आप भी हिया ढूँढ़ते हो ।

यहाँ चारो तरफ है खडी बस उँची उँची बिल्डिंग 

इस जंगली दुनिया में तुम भी ना , हया ढूँढ़ते हो।

जब मगरूर हो के शाम हंसती है जोरो सो 

उस वक़्त तुम पगले , पाकी निशा ढूँढ़ते हो

चलो उफ़ उफ़ की बातों से करो तौबा भी 

यहाँ मुर्दो की बस्ती में तुम जहाँ ढूँढ़ते हो

पराशर आग की दरिया में तैरना मुनासिब नहीं होता

कलम से कागज के सीने में तुम वफ़ा ढूँढ़ते हो ।

Khat ke panne

बरसात आंधी और तूफान रखते है 

हम आज भी ओठों पे तेरा नाम रखते है।

जिस दरवाजे की ओठंगी में छिपते थे मुझसे

उसके सामने ही हम अपना जाम रखते है।

दीवानगी का कसर कुछ बाकि रह गया था 

आज भी ख़त के पन्नों पे तेरा नाम लिखते है।

उस पैड़ की छावं की कीमत क्या है जानते हो

आज भी उसके सामने अपनी जान रखते है

तुम बेशकीमती थे नहीं थे  मेरे लायक शायद 

इसी लिए अपनी सपनो को तुम्हारा नाम लिखते है

अजीब सी टेढ़ी राह थी अजीब से हमसफ़र उसपे

हम पागल कहाँ सुनी सुनाई किस्सों का मान रखते हैं

मोहब्बत कहाँ इतना आसान होता है ज़माने की जद से

इसी लिए तो हम तुम्हारा जिन्दगी अपना मौत नाम रखते हैं

मुझे तुमसे और तुम्हे मुझसे प्यार था तो क्या हुआ पगली

प्यार अहसास और जिंदगी से बढ़के तो दुनिया होती है 

इस जहाँ में मोहब्बत नहीं होती  हो बस दुनिया होती है

और प्यार तो बस एक सुखद अनुभूति होती है और क्या

और ये दुनिया है ना मेरी तुम्हारी किसी की नही होती 

किसी की नही होती ना मेरी ना तुम्हारी ना दुनिया की




Love is nothing but a virtual entity..

Love is nothing but a virtual entity...

What is love ?

Being mad for some one

Being on earth for some one

Being a human for a human being

Being a star for the dark sleepless night 

Or

Being a man in a city of atriocity

Being for love in the world of hate 

Being a unrealistic substance for society

Being with no knowledge of roads and dodge

Or 

A unfortunate thing for civilization 

A traitor for the nation of Disdain

A hetrodox in the legacy system 

A bad blo in the bright old heritage

Or

Its a victim for the haters 

Its a villain for the society and creators

Its a unpredictable synthetic mental illness 

Its a did which is simply not clemenced

Or

Love is something 

Which can be seen but can't be drawn

Which can be defined but not writable

Which can be listened but not recordable

Which can be done but at all not achievable 

Or

Love is a hungry and bagged animal

Love is a unethical child of rich widowed lady

Love is anty social anty cultural behavior

Love is a sign of planned social traitorism

Or

Love is a unfair tendency

Love is a teared unusable currency

Love is a sin or inherited delinquency

Love is a gone and killed mental frequency

Or

Love is a image of forlorn orphan 

Love is a hideable it's a  raped girl

Loving is nothing but it's just a dream

Love is nothing it's a folded mystery

Or

Or love is nothing 

But

love is a virtual entity

Adarsh

 





तक़दीर का फैसला

ना सनम करती है ना वतन करती है 

हमारे तक़दीर का फैसला वहम करती है

जो उकडी है हाथ की रेखाओं में किस्मत

वो तो बस वहम है , आँखों का साहब।

वरना क्या सही है और क्या गलत यहाँ

फैसला तो ज़माने की बस चलन करती है।

चला था मेहनत लगन से अपना तक़दीर बनाने

बंद आँखों से निश्छल सुनहरे स्वप्न सजाने ।

ये सब जीते जागते एहसास जो है न जनाब

ये सब आपकी खुशियों का बस हनन करती है।

कहाँ किसी को मिलता है बस इबादत से खुदा 

इबादत की पैरवी तो मुल्लो की रहम करती है।

ये यकीं ये तवस्सुर ये चाहत सब झूठ बात है।

तकदीर का फैसला तो बस कफ़न करती है।

©आदर्श





देश गर्त में जा रहा है।

भाई कल शर्मा जी के यहाँ बैठे चाय पी रहे थे लोग की अचानक एक बार बारीक़ सा मामला उठा दिया एक भाई ने , कहने लगे भाई देश कहाँ से कहाँ जाने लगा मेरिट के बजाये अब पैसे से लोग क्रिकेट टीम में जगह बना ले रहे है अब सचिन के बेटे को ही देखो ,टीम में जगह मिल गई रिक्शे वाले के बेटे के बदले, साहब इस देश का कुछ नही हो सकता ,मतलब गर्त में जा रहा है अपना देश ।  मुझे तो रात नींद नही आ रही पता नही हमारे जेस्से मिडिल क्लास लोगो का क्या होगा। साहब हद होती है खेल में भी अगर बाप की औकात देखेंगे तो साहब टैलेंट का क्या होगा। अब मेरा बेटा ही क्रिकेट खेलता है। कितना सपना सजा रखा था की देश के लिए खेलेगा मेरा और देश का नाम रौशन करेगा , लेकिन अब तो साहब भरोसा उठ गया। मतलब गरीब हो तो क्रिकेट नही खेल सकते। हद होती है साहब । 

कई मिनट से एक भाई साहब चुपचाप बैठे थे , एकाएक बोलना शुरू किया । " अरे क्या बात करते है महाराज आप सचिन के बेटे की बात छोरो वो तो खैर बच्चा है , रात को जिद्द करने लगा होगा की अंडर सिक्सटीन में खेलना है तो बच्चे की बात कैसे नही मानते लेकिन साहब सुना है की कोई बिन्नी है , उसको भी बाप के कारन ही टीम में ले लिया था तो हल्ला नही किया किसी ने। आज बच्चे के लिए इतना हल्ला । " खुद ही सब कहते है की मेरा सचिन , तो सचिन का बेटा भी तो भाई भतीजा ही हुआ तो फिर इत्ता हल्ला क्यों । साहब सब सोची समझी साजिश है बी जे पि वालो की । अब सचिन ठहरे कांग्रेसी साहब झूठ का हल्ला मचा रहे है। साहब कोई बात हुई अब बच्चा रोया तो टीम में ले लिया । अब ले लिया तो इत्ता बवाल । जाके पूछो ना रिखसे वाला का  बाप तो खुद ही कह रहा है की कुछ भी गलत नही हुआ है फालतू का हल्ला है सब ।

भाई अपने यहाँ अब हर मुद्दे पे बहस का एक ट्रेंड बन गया है। एक लोग होंगे जो कहेंगे बारिश नही हो रही है तो पक्का मोदी ने कुछ किया होगा तो दूसरा कहेगा साहब देश गर्त में जा रहा है हमारा कुछ नही हो सकता । भाई आखिर आपका क्यों हो कुछ? 

कल जब सरकारी नौकरी में होते हुए भी आप बेटे के इंजीनियरिंग के लिए स्कालरशिप ले रहे थे तो पता नही चल रहा था की किसी गरीब का बच्चा आज आपके कारण कॉलेज के बदले मजदूरी करने जाएगा । मतलब तो यही साहब की गांधी और भगत पैदा तो हो !लेकिन मेरे नही शर्मा जी का बेटा । मेरा बेटा तो भैया डॉक्टर इंजीनियर बनेगा।

मतलब आप इत्ते दिन से गरीब का हक़ मार रहे थे तो कुछ नही , कहते थे मेरा हक़ है क्यों नही लूँ। और आज सचिन के बेटे की बात हुई तो साहब अमीर और गरीब दिखाई देने लगे । आपको सब पीड़ीत जान पर्ने लगे । मतलब कल सचिन के बेटे को बच्चा होगा तो बोलना की साहब सब पैस्से की बदौलत हुआ है। लगता है जैसे पहली बार ऐसा देख रहे हो। साहब जिस दुनिया की सबसे बडी शिक्छा मंदीर् में जब खुले आम अमीरों को दाखिला मिलता है तो क्रिकेट में क्या गलत है ? बताइए । अरे साहब ऐसा नही है की बरे लोगो के बच्चे सब नाकारा ही होते है ।अमिताभ और हरिवंश जी को देखो । साहब अब जिसके घर में नाच होगा उस घर की औरते भी खिडकी से ही सही देखेगे तो। अब जरुरी तो नही की इंदिरा जवाहर के घर में ही पैदा हो या बड़े लोगो के बच्चे नाकारा ही हो । साहब राहुल को ही देख लीजिए। राजीव गांधी का बीटा होके भी अपनी दम पर भारत के इत्ते लोकप्रिय नेता है की नही ? अरे भाई ये सफलता क्या है कुछ नही थोड़ा सा किस्मत थोड़ा सा मेहनत। अब बवाल मचाने से क्या रिक्शे वाले का बेटा टीम में आ जाएगा क्या ? हम उस समाज में रहते है जहाँ गाड़ी ओवरटेक करने पर ओकादनुसार गोली मारी जाती है या फिर साइड दिया जाता है। और हम इस फालतू की चीज पर बहस कर रहे है । बहस करना है तो करो ना लेकिन अब सचिन का बेटा ही क्यों अपने बेटे पे ही कर लो भाई । नहीं। कैसे करोगे भाई क्योंकि साहब आप तो दिया हो और दिए के तले तो अँधेरा होता ही है। अब पिछली बार जब आपका ही प्रमोशन हुआ था क्या तो भगवान को चढ़ावा नही चढ़ा के आये थे क्या ? पूरा बण्डल। साहब आपका दिल नही है दरिया है। और आज सचिन का बेटा सेलेक्ट हो गया तो बड़ी मिर्ची लग रही है आपको। अरे साहब इ सब फालतू का झगड़ा और आपकी बकचोदी के अलावा कुछ भी नही है । अगर सच में आपको चिंता है तो जाइए और जो हर जगह फ्री में बिना हरे फिटकरी जो आगे आगे घुसते जाते है सब जगह वो भी छोटे बन के और पिछड़े बन के वो छोड़िए पहले । फिर सचिन के बेटे के सिलेक्शन पर सवाल उठाईएगा। साहब पलंग पर थोड़ा सा दाग आपको कचोट रहा है और आप जो दीमक बने सब जगह पसर के बैठे है वो नही दीखता। हर दिन कोई गरीब कोई जरूरतमंद आपके पैरो के निचले कुचला जा रहा है। दम है तो पहले खुद पे और आपकी बिरादरी के जो सचिन सहवाग है जो दिन रात गली क्रिकेट में छक्का लगा रहे है उनपे ऊँगली उठाइए फिर आइएगा सचिन के बेटे के सिलेक्शन पर सवाल उठाने । फिर देखा जाएगा।


Then?

Then ?

If your love will not remind !

If your promises will not mind !

If the glass will have only my face !

If my pain will not so much kind !

Then?

If the string of tear 

bounded with your memory

If the love and care

Surrounded with thousand stories

Then?

If the tape recorded with your chirps

Will get cleared

If the last page of diary

will get teared

Then?

If i will not Lough 

On unworthy jokes

If i will not cry

When your eye's soak

Then?

If i  not resist

Your anger and wipes

If i not insists

Cofee and french fries

Then?

If i will not convince

When you doesn't gets a leg piece

If i don't smile 

When you give me a chick kiss

Then?

If i don't fight 

When you do fast

If i don't excuse

when you do fights

Then?

If i don't call you 

After hour's of flight

And don't make u believe

Yes baby i am absolutely fine

Then?

If my body will

Not have your soul

If i will not tell you

do this , that dont's

Then?

If i will get pain and

Will not show you and hide

If i will not let you know

And will get died

Then ?

©Adarsh

 










Pain

What else is more painfull

Your negligence

Or

My loneliness

What else is called death

Your meaniness lies

Or

Walking alone miles

What else is called mercy

Seeing u cry

Or 

Letting me die

What else is called a lie

Thinking always about you

Or

Knowing days left only few

What else is called life

Walking fast to north

Or

Looking back to south