मैं कौन हूं ?
पूछता हर रोज हूं,
खूद से पर ;
कभी मिला जवाब नहीं।
कि,
मैं कौन हूं ?
चिंगारी !
जिसे जलाया गया है।
पर ,
मैं कौन हूं ?
जल!
जिसे बहना सिखाया गया है।
पर,
मैं कौन हूं ?
गीत !
जिसे गाया गया है ।
पर ,
मैं कौन हूं ?
बाग !
जिसको सजाया गया है।
पर,
मैं कौन हूं ?
देवता !
मंदिर में जिसे बसाया गया है।
पर ,
मैं कौन हूं ?
स्वपन!
जिसको निंद से चुराया गया है।
पर ,
मैं कौन हूं ?
फूल !
जिसको केश से लगाया गया है ।
पर,
मैं कौन हूं ?
सवाल!
जो सैंकड़ों बार दुहराया गया है।
पर,
मैं कौन हूं ?
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द्वारा
आदर्श पराशर
मंगलवार, 13 मई 2014
मैं कौन हूं ?
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